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Showing posts from October, 2019

फोन चार्ज करने की खराब आदत आपके फोन को डैमेज कर सकती है Bad habits phone charge

आपका फोन को चार्ज करने की खराब आदत आपके फोन को खराब कर सकती है यह पता है कि आपका फोन चार्ज करना कोई छोटी बात नहीं है  और यह सभी को हर दिन करना पड़ता है लेकिन अगर देखा जाए तो अपने फोन को चार्ज करने के बारे में आप कितना जानते हैं हो ?सकता है कि अनजाने में हुई चार्जिंग की गलत आदतें आपका फोन को पहले ही नुकसान महसूस हुआ है आपको पता हो यदि आप उनमें से किसी के भी आदत में पड़ गए हैं या आपको उससे नुकसान हो गया है तो एक बार देख ले  बुरी आदत नंबर 1:- सार्वजनिक जगह पर सार्वजनिक चार्जिंग पॉइंट का उपयोग करना  देखो बात यह है कि हमको सार्वजनिक चार्जिंग पॉइंट कहां-कहां मिलती है जब हम कहीं घूमने जाते हैं तो रेलवे स्टेशन पर भी मिल सकता है शॉपिंग करने जाते हैं तो मॉल में मिल सकता है हैंडलूम में मिल सकता है ठीक है और भी अन्य सार्वजनिक जगह पर आपको चार्जिंग पॉइंट मिलेंगे लेकिन क्या आप अन्य जगहों पर चार्ज करते हैं तो क्या आपका फोन सुरक्षित है कि आपको सोचना पड़ेगा कभी भी आप कहीं फोन चार्ज करते हैं तो उसके अंदर डबिंग का या तो पॉप का ऐसा आपको अधिसूचना आता है तो आप उसको अप्लाई कर देते हैं लेकिन वह अप

मिलेनियम गैलरी क्या है वर्ष के बारे में

मिलेनियम गैलरी क्या है वर्ष के बारे में बीसवीं सदी के समाप्त होने पर दिसंबर 2000 में लगभग सभी समाचार पत्रों में बीसवीं सदी की घटनाओं का चित्रात्मक वर्णन देखने को मिला था जिसे मिलेनियम गैलरी नाम दिया गया था चित्रों और लेखों के आधार पर बीसवीं सदी की घटनाओं तथा व्यक्तियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं परंतु हमारा इतिहास तो हजारों वर्ष पुराना है हमें ऐसा विचार आएगा कितने वर्ष से पहले के लोग क्या खाते होंगे वह कैसे किस तरह के कपड़े पहने होंगे किस प्रकार के घरों में रहते होंगे अपने जीवन की दैनिक प्रवृतियां किस प्रकार करते होंगे ऐसी अनेक बातों की जानकारी प्राप्त करने के लिए आधारों तथा दस्तावेज का सहारा लिया जाता है आइए ऐसे ही कुछ स्रोत के बारे में जाने जैसे कि ताड़ पत्र शीला और अभिलेख और लाल बर्तन हथियार तथा गाने आदिइतिहास जानने के स्रोत चित्र दस्तावेज गहने खिलौने सिक्के शिलालेख भोजपत्र ताम्रपत्र हथियार पुराने खंडहर पुराने मंदिर प्रवास डायरी आदि

MAP( नक्शा) शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई जानिए और यह ज्ञान अपने बच्चों में डालनी है

MAP( नक्शा) शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई जानिए और यह ज्ञान अपने बच्चों में डालनी है MAP का मूल शब्द लैटिन शब्द MAPPA अथवा Mappa-mundi अर्थात 'हाथ रुमाल के कद के कपड़े' का टुकड़ा पर से आया है उस पर से MAPशब्द आया है| NATMO (नेशनल एटलस थीमेटिक मैप ऑर्गेनाइजेशन)संस्था कोलकाता में स्थित है और वह वितरण दर्शाने वाले नक्शों का निर्माण करती है| नक्शे के तीन अंग होते हैं पहला दिशा दूसरा पैमाना तीसरा रूढ़ संज्ञा सामान्यतः किसी भी नक्शे के दाएं तरफ उत्तर का निशान होता है जो उत्तर दिशा को दर्शाता है इस तरह यदि एक दिशा उत्तर मिले तो बाकी दिशाओं का अनुमान आसानी से लगाया जा सकता है नक्शा बनाने के लिए 1 सेंटीमीटर बराबर 100 मीटर ले तो निश्चित स्थल को दर्शाया जा सकता है इसी तरह यदि आपको किसी भी नक्शे का प्रमाण माफ की स्केल ज्ञात हो तो किन्हीं दो जनों के बीच का वास्तविक अंतर ज्ञात कर सकते हैं

भारत की नागरिकता पाने का तरीका

भारत की नागरिकता पाने का तरीका नागरिकता प्राप्त करने के दो तरीके हैं अधिकांश लोग जन्म से ही नागरिकता प्राप्त करते हैं तो कुछ कानून की मदद से नागरिकता प्राप्त करते हैं जिस व्यक्ति का जन्म भारत में हुआ है वह अपने आप हीभारत की नागरिकता पर जाता है माता पिता का जन्म भारत में हुआ हो और उनके बच्चे का जन्म विदेश में हुआ हो तो भी बच्चे को भारत की नागरिकता पाने का अधिकार होता है एक उदाहरण लेते हैं भारत के शेख और उनकी पत्नी अमेरिका में रहते हैं उनके यहां नदीम का जन्म हुआ उन्होंने उसके जन्म का पंजीकरण भारत में करवाया इस तरह नदीम को अमेरिका तथा भारत दोनों देशों की नागरिकता प्राप्त हुई परंतु जब नदीम बड़ा हो जाएगा तो उसे किसी एक देश की नागरिकता मिल सकती है उसे किसी एक देश की नागरिकता छोड़नी पड़ेगी अपने माता-पिता के जन्म के आधार पर नागरिकता प्राप्त करना स्वाभाविक है दूसरा तरीका कानून की मदद से नागरिकत्व प्राप्त करना है भारत में रहने वाले विदेशी बहुत लंबे समय तक निवास के आधार पर आवेदन करके भारत का नागरिकत्व प्राप्त कर सकते हैं परंतु उसके लिए भी कुछ शर्ते हैं भारत की नागरिकता प्राप्

नहाने के गलत तरीके के वजह से लकवा और ब्रेन हेमरेज की शिकायत बढ़ रही है

हम नहाते समय बाथरूम में जाकर सीधा शावर के नीचे खड़े हो जाते हैं जबकि यह नहाने का सबसे गलत तरीका है हमको नहाते समय सबसे पहले पैरों को गिला करना चाहिए धीरे-धीरे ऊपर के अंगों को गिला करना चाहिए अंतिम में अपने सर को गिला करना चाहिए यह शिकायत ठंडी में बहुत तेजी से बढ़ती है ठंडी की समय ब्रेन हेमरेज और लकवा की शिकार बनती है जिससे की नस फटना नस फट जाता है पीएचएससी के डॉक्टरों का मानना है कि ठंड के समय काफी ज्यादा बढ़ती है और ठंड के समय में दो-तीन मरीज के शिकार हो जाते हैं इसीलिए इसीलिए सही तरीके से नहाना चाहिए क्योंकि किसी की जान भी ले सकता है सलाह यह है कि सीधे अपने सर के ऊपर पानी नहीं डालना चाहिए जिससे वह भी ठंडी समय में तो करती भी नहीं डालना चाहिए क्योंकि सीधा सर पर पानी पड़ने से रक्त के थक्के जम जाते हैं और ब्लड सरकुलेशन रुक जाता है इसके वजह से दिल का दौरा और लकवा ब्रेन हेमरेज की शिकायत बढ़ जाती है

होनहार विद्यार्थी के अंदर यह पांच लक्षण होते हैं देखिए?

होनहार विद्यार्थी के अंदर यह पांच लक्षण होते हैं देखिए? अल्पहारी ऐसे विद्यार्थियों को कम खाना खाना चाहिए क्योंकि अधिक खाना खाने से निद्रा आती है और बुद्धि मंद हो जाती है इसीलिए अल्पाहारी विद्यार्थी का मुख्य लक्षण होना चाहिए गृहत्यागी पुरानेेे समय में राजा के बेटे अपना घर बार छोड़कर ऋषि मुनियों के पास शिक्षा लेनेे जाते थे और वहां पर कई सालों तक रह कर गुरु की सेवा करके शिक्षा प्राप्त करते थे इसीलिए विद्यार्थी को ग्रहत्यागी होना चाहिए आज के समय में पढ़ने के लिए एकांत जगह ढूंढना चाहिए| स्वाननिद्रा विद्यार्थियों की नींद कुत्ते जैसी होनी चाहिए जो कि कुत्ता जरा भी आहट होने से उठ कर खड़ा हो जाता है उसी प्रकार विद्यार्थी के अंदर भी लक्षण होना चाहिए जो कि होनहार विद्यार्थी के लक्षण है| वकोध्यानम विद्यार्थी का ध्यान बगुला जैसा होना चाहिए जैसे कि वह तालाब में तालाब में एक जगह स्थिर खड़े रहकर मछली को एक झटके में पकड़ लेता है उसी लिए विद्यार्थियों का पढ़ते समय एकाग्रता बगुला जैसा होना चाहिए| कागचेष्टा विद्यार्थियों को कौवे की तरह चंचल होना चाहे किसी भी कार्य को चंचलता से करना

विश्व की प्रमुख गुप्तचर एजेंसियां

सेंट्रल एक्सटर्नल लैंजा डिपार्टमेंट (चीन) ऑस्ट्रेलियन सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस आर्गेनाईजेशन  (ऑस्ट्रेलिया) के.जी.बी /जी.आर.यू   (रूस) ब्यूरो ऑफ स्टेट सिक्योरिटी  दक्षिण अफ्रीका मिलिट्री इंटेलिजेंस 5 एंड 6 (UK)  स्पेशल ब्रांच ज्वाइंट इंटेलिजेंस ऑर्गेनाइजेशन  (United Kingdom England)  इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) (पाकिस्तान) रिसर्च एंड एनालिसिस विंग(RAW)  (भारत) इंटेलिजेंस ब्यूरो(IB) (भारत) सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन(CBI) (भारत)  सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी(CIA) (अमेरिका) फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन(FBI) (अमेरिका) मोसाद  (इजराइल) मुखबरात  (मिस्र) नाइचो  (जापान) सावाक  (इरान) अल मुखबरात  (इराक)

तक्षशिला "the International University" ऑफ इंडिया

तक्षशिला अमूल्य धरोहर भारत की प्राचीन विद्यापीठ वर्तमान समय में पाकिस्तान में स्थित रावलपिंडी से पश्चिम प्राचीन तक्षशिला विद्यापीठ थी वह प्राचीन गांधार प्रदेश की राजधानी का शहर था इस विद्यापीठ में 64 विद्याओं की शिक्षा दी जाती थी यहां अधिकतर विद्यार्थी गुरु के आश्रम में रहकर अध्ययन करते थे भगवान बुद्ध के शिष्य ने यहां आयुर्वेद का पाठ सीखा था दंतकथा के अनुसार रघुकुल में राम के भाई भरत के पुत्र तक्ष के नाम पर इस स्थल का नाम रखा गया सातवीं सदी में यह महत्वपूर्ण विद्या केंद्र के रूप में प्रसिद्ध था विद्यार्थियों को जिस विषय में रुचि हो उसी की शिक्षा दी जाती थी अपनी इच्छा के अनुसार कितनी भी संख्या में शिक्षक विद्यार्थियों को पढ़ा सकता था फिर भी सामान्यतः एक शिक्षक के पास लगभग 20 विद्यार्थी पढ़ते थे  वाराणसी और उज्जैन से दूर के विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करने के लिए बड़ी संख्या में आते थे वाराणसी के राजकुमार यही शिक्षा प्राप्त करते थे कौशल के राजा प्रसेनजीत व्याकरण शास्त्री पाणिनि और राजनीतिज्ञ कौटिल्य ने भी यही शिक्षा प्राप्त की थी ऐसा माना जाता है तक्षशिला उच्च शिक्षा का

वाराणसी द कैपिटल ऑफ हिंदू

वाराणसी हिंदू धर्म का धर्म स्थल वाराणसी यात्रा धाम के रूप में प्रसिद्ध है इसवी सन पूर्व सातवीं सदी में यह भारत का प्रसिद्ध विद्या केंद्र था उपनिषद काल में यह आर्य संस्कृति और धर्म के केंद्र के रूप में विकसित हुआ इसके राजा अजातशत्रु उपनिषद कला में एक तत्व ज्ञान और विद्या के शोषक थे व्यास संहिता में महर्षि वेदव्यास का आश्रम यही होने का उल्लेख है भगवान बुद्ध ने अपनी मत के प्रचार और प्रसार के लिए वाराणसी को पसंद किया था आदि शंकराचार्य जैसे समर्थ तत्वज्ञ को अपनी वेदांत के नूतन सिद्धांत की स्वीकृति के लिए काशी जाना पड़ा था चैतन्य महाप्रभु और पुष्टिमार्ग के प्रवर्तक वल्लभाचार्य जी ने भी अपनी वैष्णव संप्रदाय की प्रतिष्ठा यही प्राप्त की थी पंजाब के विद्वान परिवारों को जब स्थानांतरण करना पड़ा तब वे मुख्य रूप से काशी और कुछ संख्या में कश्मीर जाकर बसें अन्य राजाओं के राजकुमार भी यहां उच्च शिक्षा के लिए आते थे सम्राट अशोक के आश्रय से वाराणसी का सारनाथ मठ प्रसिद्ध विद्या धाम बना

विश्वविद्यालय नालंदा अमूल्य धरोहर भारत के प्राचीनतम विद्यापीठ

विश्वविद्यालय नालंदा अमूल्य धरोहर भारत के प्राचीनतम विद्यापीठ बिहार के पटना जिले के बडगांव नामक गांव के पास प्राचीन नालंदा विद्यापीठ स्थित है भारतीय संस्कृति में बौद्ध और जैन परंपरा में नालंदा का बहुत अधिक महत्व है इस प्राचीन विद्यापीठ में महावीर स्वामी ने 14 चतुर्मास किया था इसलिए यह स्थल जैन तीर्थ बना पांचवी सदी में कुमारगुप्त ने यहां एक बिहार बनवाया था उसके बाद नालंदा की प्रसिद्धि में वृद्धि हुई थी वहां हजारों हस्तलिखित ग्रंथों के अमूल्य भंडार थे नालंदा विश्वविद्यालय था भारतीय संस्कृति का एक प्रसिद्ध तीर्थ धाम था देश-विदेश से विद्यार्थी यहां अध्ययन करने आते थे महान यात्री ह्वेनसांग भी यहां आया था आज तो इस महान विश्वविद्यालय के मात्र खंडहर ही देखने को मिलते हैं फिर भी उन खंडहरों में घूमते घूमते भी देश की भव्य संस्कृति की एक झांकी देखी जा सकती है नालंदा से पढ़कर बाहर निकलने वाला विद्यार्थी भारत का आदर्श विद्यार्थी माना जाता था ईशा की पांचवी सदी से 11 वीं सदी दौरान नालंदा शिक्षा का सर्वोत्तम केंद्र था इस समय भारत में विश्व के श्रेष्ठ ग्रंथ थे तक्षशिला तथा नालंदा विद्य

कलम संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है प्रमुख चिन्ह और उनके प्रतीक

आंखों पर बंधी पट्टी और हाथ में तराजू लिए स्त्री न्याय का प्रतीक है  कलम संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है  कमल का फूल संस्कृति एवं सभ्यता का प्रतीक है रेडक्रास डॉक्टरी सहायता एवं अस्पताल का प्रतीक है   लाल झंडा क्रांति या खतरे का सूचक है काला झंडा विरोध का प्रतीक है  पीला झंडा संक्रामक रोग ग्रस्त लोगों को ले जाने वाले वाहन पर लगा झंडा का प्रतीक है  उल्टा झंडा संकट का प्रतीक है  झुका झंडा राष्ट्रीय शोक का प्रतीक है  सफेद झंडा संधि या समर्पण का प्रतीक है लाल त्रिकोण परिवार नियोजन का प्रतीक है  कबूतर पक्षी शांति का प्रतीक है  लाल प्रकाश खतरा या यातायात रोकने का प्रतीक है हरा प्रकाश यातायात को जाने का संकेत है  हाथ पर काला पट्टी शोक विरोध और दुख का प्रतीक है एक दूसरे को काटती दो हड्डियां और ऊपर खोपड़ी बिजली का खतरा   चक्र प्रगति का प्रतीक ओलिव कि शाखा शांति का प्रतीक है

सातवीं सदी का गुजरात का विश्व विख्यात विद्याधाम वल्लभी विद्याधाम

सातवीं सदी का गुजरात का विश्व विख्यात विद्याधाम वल्लभी विद्याधाम ईसवी सन की सातवीं शताब्दी में गुजरात का यह विद्या धाम एक प्रसिद्ध शिक्षा केंद्र था वल्लभी को विशाल और अत्यंत प्रसिद्ध विद्या धाम बनाने में मैत्रक वंश के तत्कालीन शासकों और नागरिकों का एक विशेष योगदान था  सातवीं सदी में भी भिक्षुक विद्यार्थी रहते थे तब वल्लभी बौद्ध मत के हिनायान पंथ का केंद्र था सातवीं सदी के मध्य में प्रसिद्ध बौद्ध विद्वान स्थिरमती और गुड़मती वल्लभी के अग्रगण्य आचार्य थे सुदूर गंगा यमुना के मैदानी क्षेत्र से विद्यार्थी यहां उच्च शिक्षा के लिए आते थे चीनी यात्री इत्सिंग ने लिखा है कि वलभी पूर्वी भारत के प्रसिद्ध शिक्षा संस्थान नालंदा से स्पर्धा करती थी  वल्लभी एक राजधानी और अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह था (इसवी सन 480 से ईसवी सन 775) तक वल्लभी के शासक मैत्रक राजा भी विद्या और विद्यापीठ के महान आश्रय दाता थे यह बात विशेष ध्यान देने योग्य है कि मैत्रक वंश के राजा बौद्ध नहीं थे सनातनी थे फिर भी इस संस्था की सहायता करते थे इसवी सन 775 में अरबों ने आक्रमण किया और मैत्रक पराजित हुए तथा विद्यापीठ बंद ह

पंछी क्यों हवा में उड़ सकते हैं कारण देखिए

       पंछी क्यों हवा में उड़ सकते हैं कारण देखिए पंछी हवा में उड़ते हैं तथा भूमि पर चलते हैं बतख तथा हंस जैसे कुछ पंछी जल में तैरते भी हैं पंछी पंछी  इसीलिए उड़ पाते हैं क्योंकि उनका शरीर उड़ने के लिए अनुकूलित होता है उनकी अस्थियों में वायु प्रकोष्ठ होते हैं जिनके कारण उनकी अस्थियां हल्की परंतु मजबूत होती है पाद (पैरों)की अस्थियां चलने एवं बैठने के लिए अनुकूलित होती हैं अग्र पाद की अस्थियां रूपांतरित होकर पंछी के पंख बनाती हैं कंधे की अस्थियां मजबूत होती हैं वक्ष की अस्थियां उड़ने वाली पेशियों को जकड़े रखने के लिए विशेष रूप से रूपांतरित होती हैं तथा पंखों को ऊपर नीचे करने में सहायक होती हैं

आतंकवाद और विद्रोही प्रवृत्ति के बीच

              आतंकवाद और विद्रोही प्रवृत्ति के बीच विद्रोही विद्रोही किसी एक राष्ट्र की समस्या है यह अपनी सरकार के विरुद्ध एक प्रादेशिक स्तर पर फैला होता है यह स्थानीय लोगों के सहयोग से चलता है विद्रोह से प्रभावित राज्यों या प्रदेशों का विकास रुक जाता है जैसे कि नागालैंड राज्य में नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड विद्रोही संगठन है वैसे मणिपुर में कुकी नेशनल फ्रंट कुकी नेशनल आर्मी वैसे ही त्रिपुरा में नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा,त्रिपुरा टाइगर फोर्स,त्रिपुरा उपजाति जूपा समिति वैसे ही आसाम में उल्फा यूनाइटेड, माइनॉरिटी फ्रंट, नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ, बोडोलैंड बोडोलैंड लिबरेशन टाइगर फोर्स आतंकवाद यह एक वैश्विक समस्या है यहां अपने अथवा अन्य देश के विरुद्ध होता है यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होता है इसे स्थानीय सहयोग मिलता( जैसे कि जम्मू कश्मीर अब नहीं रहा अब दो केंद्रशासित प्रदेश बन चुके हैं लद्दाख और कश्मीर) भी है और नहीं भी मिलता आतंकवाद से प्रभावित राष्ट्रों का विकास रूक जाता है

भारत के प्रमुख व्यक्तित्व का समाधि स्थल

  राजघाट महात्मा गांधी   शांतिवन जवाहरलाल नेहरू  विजय घाट लाल बहादुर शास्त्री शक्ति स्थल इंदिरा गांधी  अभय घाट मोरारजी देसाई  किसान घाट चौधरी चरण सिंह  उदय भूमि के आर नारायणन  वीर भूमि राजीव गांधी  महाप्रयाण घाट डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद  नारायण घाट गुलजारीलाल नंदा  समता स्थल जगजीवन राम  चैत्रा भूमि बीआर अंबेडकर  एकता स्थल ज्ञानी जैल सिंह  कर्म भूमि शंकर दयाल शर्मा

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मेरे पापा MY DAD

 आज मेरा मन बहोत विचलित है आज मैं सब को खुश करने का कोशिश करता हू कैसे भी कर के क्योंकि खुशी के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है रुपया जोकि 90% परसेंट खुशियों का जरिया होता है क्योंकि बिना पैसे के ना तो आप को इज्जत मिलेगी ना तो घर चलेगी तब मुझे पापा की द्वार किया गया कठिन परिश्रम याद आया पापा घर का खर्चा ठीक से चल सके इसलिए सुबह काम और रात को जमादारी करते है अभी भी कभी कभी करलेते है। उस समय हमको कोई फर्क नही पड़ता था क्योंकि टाइम से हमे सब कुछ मिलता था खाने का पड़ने का लेकिन जो ये सब के लिए काम करते है वही हमेशा उसका उपयोग नही कर पाते है ठीक से कुछ खा नही पाते रात को जल्दी उनको नीद नही आती टेंशन में रहते है शरीर में चिड़चिड़ाहट थोड़ी सी बात पे गुस्सा होजना पिताजी को मैने अक्सर देर रात टेंशन के वजह से जागते हुए देखा है की हमारे बच्चे सही लाइन में नही है घर कैसे चला पाएंगे। आज मेरा भी एक बच्चा है तो मुझे समझ में आया मैं सोचता हू की मेरे बच्चे को कोई तकलीफ़ ना हो उसके लिए डबल ड्यूटी ढूढने का और करने का प्रयास करता हू  कभी कभी ऐसा होता है की पास में एक पैसा नही होता कब जब सैलरी आने को 15 दिन बा

कलम संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है प्रमुख चिन्ह और उनके प्रतीक

आंखों पर बंधी पट्टी और हाथ में तराजू लिए स्त्री न्याय का प्रतीक है  कलम संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है  कमल का फूल संस्कृति एवं सभ्यता का प्रतीक है रेडक्रास डॉक्टरी सहायता एवं अस्पताल का प्रतीक है   लाल झंडा क्रांति या खतरे का सूचक है काला झंडा विरोध का प्रतीक है  पीला झंडा संक्रामक रोग ग्रस्त लोगों को ले जाने वाले वाहन पर लगा झंडा का प्रतीक है  उल्टा झंडा संकट का प्रतीक है  झुका झंडा राष्ट्रीय शोक का प्रतीक है  सफेद झंडा संधि या समर्पण का प्रतीक है लाल त्रिकोण परिवार नियोजन का प्रतीक है  कबूतर पक्षी शांति का प्रतीक है  लाल प्रकाश खतरा या यातायात रोकने का प्रतीक है हरा प्रकाश यातायात को जाने का संकेत है  हाथ पर काला पट्टी शोक विरोध और दुख का प्रतीक है एक दूसरे को काटती दो हड्डियां और ऊपर खोपड़ी बिजली का खतरा   चक्र प्रगति का प्रतीक ओलिव कि शाखा शांति का प्रतीक है

how to make steel chest फौलादी छाती कैसे बनाए

चलो फिर शुरूवात करते है। अपने शरीर को कठोर और आकर्षित बनाने के लिए।  कोई भी वर्क आउट स्टार्ट करने से पहले आपको यह जानकारी होनी चाहिए कि आप नाही योगा कर रहे हैं नाही रनिंग कर रहे हैं इसलिए आपको बॉडीबिल्डिंग करने से १० या १५ मिनट बिफोर वर्कआउट मील लेना होगा अब आप सोचते होंगे कि बिफोर वर्कआउट मील क्या होता है और उसमें क्या करते हैं दरअसल बिफोर वर्क आउट का मतलब होता है कसरत के पहले लिए जाने वाले आहार  क्योंकि आपका उसमें पूर्णता शारीरिक बल का उपयोग होगा और अच्छी तरह से वर्कआउट करने के लिए अच्छी तरह से पाचन हो जाए और स्वास्थ्यवर्धक एवं निश्चित मात्रा में हो जैसे कि पीनट बटर ब्राउन ब्रेड के साथ सैंडविच बनाकर और आप चाहे तो उसके साथ केला बादाम एवं अन्य इस प्रकार की चीजें डाल सकते हैं इसके अलावा आप स्वीट पटेटो यानी कि शकरकंद का उपयोग कर सकते हैं अब बिना समय ब्यतित किए चलते हैं वर्कआउट की ओर..... स्टेप १ आपको कोई भी कसरत को विभाजित करके एवम संख्याबंध तरीके से करना होगा। उदाहरण: जैसे की आपको पुशअप करना है उसे आपको ३ सेट में विभाजित करना होगा और प्रत्येक सेट में आपको आपकी सक्ती एवम छमता अनुसार पुशअ